ध्रुव धारवर्ष, राष्ट्रकूट वंश के एक महान शासक थे। इस लेख में, हम उनके जीवन, उनकी उपलब्धियों और उनके शासनकाल के बारे में जानेंगे।
यदुवंशी क्षत्रिय :धुर्वा जिसे अंग्रेजी में "Dhruva Dynasty" कहा जाता है, भारत का एक प्राचीन यदुवंशी क्षत्रिय वंश था। इसका शासनकाल 850 ईस्वी के आसपास था।धुर्वा वंश का शासनकाल 8वीं शताब्दी के अंत से 10वीं शताब्दी के मध्य तक रहा।धुर्वा वंश की राजधानी देवगिरि (आधुनिक दौलताबाद) थी।धुर्वा वंश अपने शासनकाल के दौरान एक शक्तिशाली राज्य था।धुर्वा वंश का साम्राज्य उत्तर में नर्मदा नदी से लेकर दक्षिण में कृष्णा नदी तक और पूर्व में गोदावरी नदी से लेकर पश्चिम में अरब सागर तक फैला हुआ था।राष्ट्रकूट वंश के शासकों ने कई महत्वपूर्ण मंदिरों और स्मारकों का निर्माण करवाया। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण निर्माणों में शामिल हैं:
एलोरा की गुफाएँ: एलोरा की गुफाएँ महाराष्ट्र में स्थित 34 हिंदू, बौद्ध और जैन मंदिरों का एक समूह है। इनमें से कुछ गुफाओं का निर्माण राष्ट्रकूट वंश के शासनकाल में हुआ था।
एलोरा का कैलाशनाथ मंदिर: एलोरा का कैलाशनाथ मंदिर एक विशाल हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट वंश के शासनकाल में हुआ था।
देवगिरि का किला: देवगिरि का किला एक प्राचीन किला है जो महाराष्ट्र में स्थित है। इस किले का निर्माण धुर्वा के शासनकाल में हुआ था।
धुर्वा वंश के शासकों के युद्ध :
राष्ट्रकूट वंश के संस्थापक ध्रुव ने चालुक्यों के खिलाफ कई युद्ध लड़े और उनसे कई प्रदेशों पर कब्जा कर लिया। इन प्रदेशों में गुलबर्गा बीदर रायचूर बेल्लारी था।
राष्ट्रकूट वंश के शासकों ने राष्ट्रकूटों के खिलाफ भी कई युद्ध लड़े। इन युद्धों में धुर्वा वंश को कुछ सफलताएं मिलीं,राष्ट्रकूट वंश के शासकों ने पल्लवों के खिलाफ भी युद्ध लड़े और उनसे कुछ प्रदेशों पर कब्जा कर लिया। इन प्रदेशों में कांची तंजावुर मदुरै था।
1. ध्रुव कौन थे?
ध्रुव राष्ट्रकूट वंश के राजा थे, जिन्होंने 780 से 793 ईस्वी तक शासन किया।
उन्होंने अपने पिता दन्तिदुर्ग के बाद सिंहासन संभाला था।
2. ध्रुव ने कौन-कौन से युद्ध लड़े?
ध्रुव ने कई महत्वपूर्ण युद्ध लड़े, जिनमें शामिल हैं:
गंगावती युद्ध: 783 ईस्वी में, ध्रुव ने चालुक्य राजा द्रविड़वर्धन को पराजित किया।
एलोरा युद्ध: 784 ईस्वी में, ध्रुव ने चालुक्य राजा कृष्ण द्वितीय को पराजित किया।
कन्नौज युद्ध: 793 ईस्वी में, ध्रुव ने प्रतिहार राजा वत्सराज को पराजित किया।
3. ध्रुव का शासनकाल कैसा रहा?
ध्रुव का शासनकाल राष्ट्रकूट वंश के लिए एक महत्वपूर्ण काल था।
उन्होंने अपनी सैन्य विजयों और कुशल प्रशासन के माध्यम से साम्राज्य का विस्तार और मजबूती प्रदान की।
4. ध्रुव के शासनकाल में कला और संस्कृति का क्या विकास हुआ?
ध्रुव कला और संस्कृति के संरक्षक थे।
उन्होंने कई मंदिरों और स्मारकों का निर्माण करवाया, जिनमें एलोरा की गुफाएं और एलिफेंटा की गुफाएं शामिल हैं।
5. ध्रुव के उत्तराधिकारी कौन थे?
ध्रुव के उत्तराधिकारी उनके पुत्र गोविंद तृतीय थे।
6. ध्रुव का राष्ट्रकूट वंश के इतिहास में क्या महत्व है?
ध्रुव को राष्ट्रकूट वंश के सबसे महान शासकों में से एक माना जाता है।
उन्होंने साम्राज्य को एक नया आयाम दिया और इसे एक शक्तिशाली साम्राज्य के रूप में स्थापित किया।
7. ध्रुव के बारे में कुछ रोचक तथ्य क्या हैं?
ध्रुव एक कुशल योद्धा और रणनीतिकार थे।
वे कला और संस्कृति के प्रेमी थे।
उन्होंने कई सामाजिक सुधार किए।
8. ध्रुव के शासनकाल में किन-किन क्षेत्रों में प्रगति हुई?
ध्रुव के शासनकाल में कई क्षेत्रों में प्रगति हुई, जिनमें शामिल हैं:
सैन्य: ध्रुव ने राष्ट्रकूट सेना को मजबूत बनाया।
प्रशासन: उन्होंने कुशल प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित की।
अर्थव्यवस्था: ध्रुव के शासनकाल में अर्थव्यवस्था समृद्ध थी।
कला और संस्कृति: कला और संस्कृति का विकास हुआ।
9. ध्रुव के शासनकाल में किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ा?
ध्रुव के शासनकाल में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिनमें शामिल हैं:
आंतरिक विद्रोह: कुछ सरदारों ने ध्रुव के खिलाफ विद्रोह किया।
बाहरी आक्रमण: चालुक्यों और प्रतिहारों ने राष्ट्रकूट साम्राज्य पर आक्रमण किया।
10. ध्रुव के शासनकाल के बारे में विद्वानों की क्या राय है?
विद्वान ध्रुव को राष्ट्रकूट वंश के सबसे महत्वपूर्ण शासकों में से एक मानते हैं।
उन्होंने अपनी सैन्य विजयों, कुशल प्रशासन और कला और संस्कृति के प्रति समर्पण के माध्यम से साम्राज्य को एक नया आयाम दिया।
11. ध्रुव का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
जन्म: ध्रुव का जन्म 750 ईस्वी के आसपास हुआ था।
12. ध्रुव की मृत्यु कब और कैसे हुई थी?
मृत्यु: ध्रुव का 793 ईस्वी में निधन हो गया था।
उनकी मृत्यु के कारण के बारे में निश्चित जानकारी नहीं है,
लेकिन माना जाता है कि उनकी मृत्यु युद्ध में हुई थी।
13. ध्रुव की पत्नी का नाम क्या था?
पत्नी: ध्रुव की पत्नी का नाम भवानगा था।
14. ध्रुव के कितने बच्चे थे?
बच्चे: ध्रुव के तीन बच्चे थे:
गोविंद तृतीय: जो ध्रुव के उत्तराधिकारी बने।
सर्वनाथ: जो एक कुशल सेनापति थे।
अम्बिका: जो चालुक्य राजा वत्सराज से विवाहित थीं।
15. ध्रुव का धर्म क्या था?
धर्म: ध्रुव हिंदू धर्म के अनुयायी थे।
16. ध्रुव ने किन-किन मंदिरों का निर्माण करवाया?
मंदिर: ध्रुव ने कई मंदिरों का निर्माण करवाया, जिनमें शामिल हैं:
एलोरा की गुफाएं: ये गुफाएं अपनी शानदार मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध हैं।
एलिफेंटा की गुफाएं: ये गुफाएं भगवान शिव को समर्पित हैं।
कैलाशनाथ मंदिर: यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे दुनिया के सबसे बड़े रॉक-कट मंदिरों में से एक माना जाता है।
17. ध्रुव ने किन-किन साहित्यकारों को संरक्षण दिया?
साहित्यकार: ध्रुव ने कई साहित्यकारों को संरक्षण दिया, जिनमें शामिल हैं:
जिनसेन: एक प्रसिद्ध जैन विद्वान।
आदिपुराण: एक प्रसिद्ध जैन ग्रंथ।
सक्तायन: एक प्रसिद्ध कवि।