नागभट्ट प्रथम गुर्जर-प्रतिहार साम्राज्य के संस्थापक थे। उन्होंने 8वीं शताब्दी में भारत के उत्तरी भाग पर शासन किया। इस में, हम नागभट्ट प्रथम के जीवन, उपलब्धियों और उनके शासनकाल के बारे में जानेंगे। नागभट्ट प्रथम, प्रतिहार वंश के प्रसिद्ध शासक थे जिन्होंने 730 ईस्वी से 760 ईस्वी तक शासन किया। उनके शासनकाल में गुर्जर प्रतिहारों ने अपनी शक्ति और प्रभाव का विस्तार किया और एक प्रमुख राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरे। इस साम्राज्य का विस्तार उत्तर भारत के अधिकांश भागों में था।नागभट्ट प्रथम के साम्राज्य की सीमाएं उत्तर में हिमालय, पश्चिम में सिंधु नदी, पूर्व में गंगा नदी और दक्षिण में नर्मदा नदी तक थीं।इसमें राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ भाग शामिल थे। नागभट्ट प्रथम का राज्य मंडोर (राजस्थान) से था।उन्होंने मंडोर को अपनी राजधानी बनाया।नागभट्ट प्रथम के शासनकाल में राज्य की स्थिति मजबूत थी। चामुंडा पर विजय: यह युद्ध 730 ईस्वी के आसपास हुआ था।नागभट्ट प्रथम ने चामुंडा शासक को हराकर भीनमाल (जालौर) पर अपना शासन स्थापित किया। यह उनकी पहली महत्वपूर्ण विजय थी। चालु...
inadiinmarket, Article, Hindi News, Politics, Entertainment, Business, Technology,Geography, history, Share Market, Health And Diseases, Diet And Fitness, Grooming Tips, Education, Colleges, University, Career, Web Stories,Exams Results, Current Affairs