ट्रेंड विश्लेषण (Trend Analysis)
विभिन्न प्रकार के रुझानपहले ही कहा गया है कि रुझान के तीन प्रकार हैं, जिनमें से एक है अपट्रेंड (uptrend), दूसरा डाउनट्रेंड (downtrend), और तीसरा साइडवेज ट्रेंड (sideways trend)। हम अब इन रुझानों के प्रत्येक प्रकार का विस्तार से चर्चा करेंगे।
अपट्रेंड (Uptrend)
एक उप-प्रवृत्ति एक बढ़ती पीक और नीचे की तरफ होने वाले सतहों की एक क्रम होता है, जिसमें प्रत्येक पीक अपने पिछले पीक से ऊपर होता है और प्रत्येक तल पूर्वी तल से ऊपर होता है। जब तक इस बढ़ती पीक और तलों की श्रृंगारिक क्रम जारी रहता है, तब तक अपट्रेंड को पूर्ण माना जाता है। नीचे दी गई चार्ट दिखाता है कि अपट्रेंड किस तरह दिखता है।
डाउनट्रेंड (Downtrend)
डाउनट्रेंड एक क्रम होता है जिसमें नीचे गिरने वाले शिखर और डीप्स का सिक्वेंस होता है, जिसमें प्रत्येक डीप पिछले डीप के नीचे जाता है और प्रत्येक शिखर पिछले शिखर के पिछले शिखर की तुलना में कम होता है। जब तक इस सिक्वेंस जारी रहता है, तब तक डाउनट्रेंड "इंटैक्ट" होता है। नीचे दिए गए चार्ट में दिखाया गया है कि डाउनट्रेंड किस तरह दिखता है।
साइडवेज ट्रेंड (Sideways Trend)
साइडवेज रुख एक पैटर्न होता है जिसमें कोई स्पष्ट पहचानी जा सकने वाली रुख नहीं होती है और जिसमें मूल्य स्थायी तरीके से एक साइडवेज प्रांत में बदलते हैं। जब तक इस तरह के अनिस्तारित शिखरों और डीप्स के सिक्वेंस जारी रहते हैं, तब साइडवेज रुख को प्रभाव में माना जाता है। नीचे दिए गए चार्ट में दिखाया गया है कि साइडवेज रुख किस तरह दिखता है।